मुजफ्फरपुर के रामेश्वर कॉलेज में तिरंगा यात्रा, युवाओं से राष्ट्र निर्माण में योगदान की अपील

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News Desk| Muzaffarpur
रामेश्वर महाविद्यालय में मंगलवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के तहत एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और कर्मचारियों ने पूरे जोश के साथ हिस्सा लिया। यात्रा से पहले कॉलेज सभागार में एक सभा भी हुई, जिसमें प्राचार्य प्रो. श्यामल किशोर ने छात्रों को संबोधित किया।
स्वतंत्रता और कर्तव्य का संदेश :
प्राचार्य प्रो. श्यामल किशोर ने कहा कि हमें यह समझना होगा कि यह स्वतंत्रता हमें आसानी से नहीं मिली है, इसके लिए कई लोगों ने अपनी कुर्बानियां दी हैं। उन्होंने युवाओं से राष्ट्र को समझने और उन बलिदानों को याद रखने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि देश के नागरिक होने के नाते युवाओं के कुछ कर्तव्य भी हैं। उन्होंने कहा कि देश की 65% आबादी युवाओं की है, इसलिए वे देश को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने छात्रों से राष्ट्र की सुरक्षा और समृद्धि में अपना पहला योगदान देने का आग्रह किया और इसी जोश के साथ राष्ट्र को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
प्राचार्य ने यह भी बताया कि रामेश्वर महाविद्यालय जल्द ही एक विशिष्ट संस्थान के रूप में अपनी अलग पहचान बनाएगा।संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो. ब्रह्मचारी व्यास नंदन शास्त्री ने तिरंगे को भारत की शान बताते हुए कहा कि हम सबको इसकी सुरक्षा और मर्यादा बनाए रखने के लिए हमेशा जागरूक रहना चाहिए।


जोश से गूंजे देशभक्ति के नारे :
एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. शारदानंद सहनी ने बताया कि छात्रों में तिरंगा यात्रा को लेकर जबरदस्त जोश था। यह यात्रा कॉलेज परिसर से शुरू होकर मरीन ड्राइव, सिकंदरपुर कुंडल, बांध होते हुए वापस कॉलेज परिसर में समाप्त हुई। इस दौरान छात्रों ने "हिन्दुस्तान की रक्षा कौन करेगा, हम करेंगे, हम करेंगे" जैसे देशभक्ति नारों से पूरे इलाके को गुंजा दिया।
इस अवसर पर प्रो. रजनी रंजन, डॉ. सुमित्रा कुमारी, डॉ. उमेश कुमार शुक्ला, डॉ. बादल कुमार सहित अन्य शिक्षक और बड़ी संख्या में एनएसएस स्वयंसेवक मौजूद थे।

रेड रन मैराथन का भी आयोजन : 
इसी के साथ, कॉलेज में 'रेड रन मैराथन' का भी आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विभागों के छात्रों ने भाग लिया। इस मैराथन के पाँच विजेताओं में सत्यम कुमार झा, विशाल कुमार झा, शोभा कुमारी, रंजू कुमारी और बबलू कुमार शामिल थे।