मुजफ्फरपुर : 'विद्यार्थी विज्ञान मंथन' को लोकप्रिय बनाने पर जोर, भारतीय ज्ञान परंपरा से जुड़ेंगे छात्र

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News Desk| Muzaffarpur
'विद्यार्थी विज्ञान मंथन (VVM)' को छात्रों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए मुजफ्फरपुर के शेमफोर्ड फ्यूचरिस्टिक स्कूल में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। विज्ञान भारती के तत्वावधान में हुई इस बैठक में VVM के राष्ट्रीय समन्वयक नरेश साफेकर, राज्य समन्वयक डॉ. प्रमोद कुमार और विनीता कुमारी सहित जिले के लगभग 20 स्कूलों के प्राचार्य और समन्वयक शामिल हुए। इस दौरान भारतीय वैज्ञानिकों और ज्ञान परंपरा पर आधारित इस परीक्षा के महत्व पर विस्तार से चर्चा की गई।

परीक्षा का उद्देश्य: भारतीय वैज्ञानिक परंपरा से परिचय : 

बैठक को संबोधित करते हुए, राष्ट्रीय समन्वयक नरेश साफेकर ने कहा कि यह परीक्षा छात्रों को भारत के महान वैज्ञानिकों के साथ-साथ हमारी समृद्ध भारतीय ज्ञान परंपरा से भी परिचित कराती है। उन्होंने बताया कि इस पहल का मकसद छात्रों में वैज्ञानिक सोच के साथ-साथ अपनी विरासत के प्रति गौरव का भाव पैदा करना है।

हैंड्स-ऑन और 360-डिग्री मूल्यांकन पर जोर : 
राज्य समन्वयक डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि इस परीक्षा में बच्चों का मूल्यांकन हैंड्स-ऑन लर्निंग और 360-डिग्री तरीकों से होता है, जो इसे छात्रों के लिए बेहद आकर्षक बनाता है। विनीता कुमारी ने नागपुर के 'संतरा शहर' से मुजफ्फरपुर के 'लीची शहर' आए नरेश साफेकर का स्वागत करते हुए सभी विद्यालय प्रतिनिधियों से अधिक से अधिक छात्रों को इस परीक्षा में भाग लेने के लिए प्रेरित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि छात्र vvm.org.in पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। इस अवसर पर, बिरला ओपन माइंड्स के रवि कृति को जिले में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही, VVM परीक्षा विवरणिका पुस्तक का विमोचन भी किया गया। नरेश साफेकर ने अपने मुजफ्फरपुर प्रवास के दौरान डीएवी मालीघाट और ट्राइडेंट पब्लिक स्कूल की प्रार्थना सभा में भी बच्चों को संबोधित किया और प्रफुल्ल चंद्र राय जैसे भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धियों के बारे में बताया।

कार्यक्रम में इन्होंने दिया योगदान : 
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ट्राइडेंट पब्लिक स्कूल के प्रबंध निदेशक अरुण ठाकुर और संयुक्त निदेशक चंदन कुमार ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। बैठक में वैशाली, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर के कई स्कूलों के प्रतिनिधि मौजूद थे, जिन्होंने इस पहल को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।