मुजफ्फरपुर : मतदाता जागरूकता शुरू, ईवीएम-वीवीपैट ट्रेनिंग के लिए 13 मोबाइल वैन रवाना


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News Desk| Muzaffarpur
आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए, लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने और मतदान प्रतिशत बढ़ाने के उद्देश्य से मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है। जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने समाहरणालय परिसर से 13 मोबाइल प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये वाहन जिले के 11 विधानसभा क्षेत्रों में घूम-घूमकर मतदाताओं को EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और VVPAT (वोटर वेरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) के उपयोग का व्यावहारिक प्रशिक्षण देंगे।

घर-घर जाकर सिखाएंगे वोटिंग का तरीका

इन विशेष रूप से तैयार किए गए वाहनों का उद्देश्य मतदाताओं की तकनीकी आशंकाओं को दूर करना और उनमें आत्मविश्वास जगाना है। प्रत्येक वाहन में एक प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर, एक दंडाधिकारी और पुलिस बल मौजूद रहेगा। ये टीम शहरी वार्डों से लेकर सुदूर ग्रामीण पंचायतों तक पहुंचेगी और मतदाताओं को मशीन चलाने का हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण देगी। डीएम ने बताया कि यह पहल यह सुनिश्चित करेगी कि हर मतदाता बिना किसी डर या संशय के मतदान कर सके।

लोकतंत्र की मजबूती के लिए तकनीकी ज्ञान जरूरी

डीएम श्री सेन ने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र की मजबूती सिर्फ मतदाता संख्या पर निर्भर नहीं करती, बल्कि इस बात पर भी निर्भर करती है कि मतदाता मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता और तकनीक की विश्वसनीयता को समझें। उन्होंने स्पष्ट किया कि EVM और VVPAT पूरी तरह से सुरक्षित और छेड़छाड़-रोधी हैं। उन्होंने कहा, "जब मतदाता मशीन की कार्यप्रणाली से परिचित होंगे, तो वे मतदान केंद्र पर निडर होकर अपना वोट डाल सकेंगे।"

स्थायी केंद्र पर भी मुफ्त प्रशिक्षण उपलब्ध

मोबाइल वैन के अलावा, समाहरणालय परिसर में एक स्थायी EVM डेमोंस्ट्रेशन सेंटर भी चल रहा है। यहां प्रतिदिन औसतन 50 नागरिक अनुभवी मास्टर ट्रेनरों धीरेन्द्र कुमार और नीरज कुमार से मतदान की पूरी प्रक्रिया सीख रहे हैं। यह केंद्र आम नागरिकों के लिए कार्यालय अवधि में निःशुल्क उपलब्ध है, जिससे कोई भी व्यक्ति अपनी सुविधानुसार प्रशिक्षण प्राप्त कर सकता है। जिलाधिकारी ने इस अभियान में किसी भी प्रकार की लापरवाही के प्रति सख्त चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि यह प्रयास आगामी विधानसभा चुनाव में मुजफ्फरपुर जिले का मतदान प्रतिशत बढ़ाने और एक स्वच्छ, पारदर्शी तथा सहभागी निर्वाचन प्रक्रिया सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।