Are We Inside The Black Hole? नई स्टडी ने Big Bang Theory को दी चुनौती - हम कोई खास नहीं हैं। 

668   0
EducationScience

Are We Inside The Black Hole?  एक नई स्टडी का दावा है कि हमारा ब्रह्मांड किसी ब्लैक होल के अंदर है। यानी ब्रह्मांड की शुरुआत एक ब्लैक होल के अंदर से हुई, न कि एक बड़े धमाके (Big Bang) से। आइए समझते हैं कि ये नई थ्योरी क्या कहती है।

ब्रह्मांड की शुरुआत पर अब तक क्या माना जाता था?
अब तक वैज्ञानिकों का मानना था कि करीब 14 अरब साल पहले ब्रह्मांड की शुरुआत बिग बैंग नाम के एक जबरदस्त धमाके से हुई थी। इस थ्योरी के मुताबिक:
  • एक छोटा-सा बिंदु था जिसमें पूरी दुनिया की एनर्जी और मैटर भरी हुई थी।
  • फिर अचानक वो बिंदु फटा और एनर्जी चारों तरफ फैल गई।
  • धीरे-धीरे इससे तारें, आकाशगंगाएं (गैलेक्‍सीज़) और हमारे जैसे ग्रह बने।
  • और तब से ब्रह्मांड फैलता ही जा रहा है।

अब क्या कहती है नई स्टडी?
University of Portsmouth (UK) के वैज्ञानिकों ने एक नई थ्योरी दी है जिसे उन्होंने “ब्लैक होल यूनिवर्स” नाम दिया है।
इस थ्योरी के मुताबिक:

  • ब्रह्मांड की शुरुआत एक ब्लैक होल के अंदर से हुई थी।
  • यानी हम सब एक बहुत ही बड़े ब्लैक होल के अंदर मौजूद हैं।
  • ये ब्रह्मांड किसी एक बिंदु से नहीं बना, बल्कि एक ग्रैविटी की वजह से हुए भारी गिरावट (gravitational collapse) से बना।
  • जब ये मैटर बहुत ज़्यादा दब गया तो स्प्रिंग की तरह उछल कर बाहर आया।
  • और इसी उछाल से ब्रह्मांड फैला।


ब्लैक होल क्या होता है?

ब्लैक होल ऐसा एरिया होता है जहां गुरुत्वाकर्षण (gravity) इतना ज़्यादा होता है कि कोई भी चीज़, यहां तक कि रोशनी भी बाहर नहीं निकल सकती। इसके बाहर की रेखा को कहते हैं: इवेंट होराइजन।
नई थ्योरी कहती है कि:- "हमारे ब्रह्मांड की बाहरी सीमा वही इवेंट होराइजन है। हम उसके पार नहीं देख सकते, लेकिन उसके अंदर जो है, वही हमारा ब्रह्मांड है।"
क्या ये ब्रह्मांड बार-बार बनता है?
जी हां। इस नई थ्योरी के हिसाब से:
  • ब्रह्मांड एक बार बना और खत्म नहीं हुआ।
  • ये तो एक साइकल की तरह है – यानी पहले गिरता है, फिर उछल कर फैलता है।
  • जब मैटर बहुत दब जाता है तो वह हमेशा नहीं दबता रहता।
  • क्वांटम फिजिक्स कहती है कि कोई भी चीज़ हमेशा के लिए सिकुड़ नहीं सकती।
  • जब ज़रूरत से ज़्यादा दबाव होता है, तो वह एकदम से बाहर की तरफ फैलती है।

प्रोफेसर क्या कहते हैं?
इस रिसर्च को लीड करने वाले प्रोफेसर एन्क्रिके गज्तानागा (Enrique Gaztanaga) ने कहा:- "हम कोई खास नहीं हैं। हम उस पल को नहीं देख रहे जब कुछ नहीं था और सब कुछ बना। बल्कि हम एक लंबे ब्रह्मांडीय साइकल का हिस्सा हैं जो ग्रैविटी और क्वांटम नियमों से बना है।"

क्या अब बिग बैंग थ्योरी गलत हो गई?
नहीं। विज्ञान में कोई भी थ्योरी पूरी तरह से गलत या सही नहीं होती। बिग बैंग थ्योरी ने हमें ब्रह्मांड को समझने में बहुत मदद की है। लेकिन अब नई थ्योरीज़ भी आ रही हैं जो अलग नजरिया देती हैं। इसका मतलब ये नहीं कि बिग बैंग को पूरी तरह छोड़ दिया गया है। बल्कि यह नई थ्योरी वैज्ञानिकों को और गहराई से सोचने पर मजबूर कर रही है।

Disclaimer: यह लेख एक नई वैज्ञानिक स्टडी पर आधारित है। वैज्ञानिकों के बीच इस पर और रिसर्च चल रही है। इसे अंतिम सत्य न मानें, बल्कि नई सोच के रूप में देखें।